मुझ बड़े शहर की अल्हड़ सी लड़की को शांत और शालीन बना दिया है मुझ बड़े शहर की अल्हड़ सी लड़की को शांत और शालीन बना दिया है
मकर संक्रांति में गंगा उस पार से मेरे साथ में पतंग का पेंच लड़ाओगे? मकर संक्रांति में गंगा उस पार से मेरे साथ में पतंग का पेंच लड़ाओगे?
मुझसे दूर हो मगर ये हमेशा मुझे तुम्हारी याद दिलाते रहते हैं। मुझसे दूर हो मगर ये हमेशा मुझे तुम्हारी याद दिलाते रहते हैं।
जिंदगी में कुछ मिले ना मिले हमें, लेकिन बनारस जरूर देखना है हमें। जिंदगी में कुछ मिले ना मिले हमें, लेकिन बनारस जरूर देखना है हमें।
खोज थी सीमित बनारस तक महादेव की, वहीं की वासी हूँ पैदा होके यहाँ पारस हुई। खोज थी सीमित बनारस तक महादेव की, वहीं की वासी हूँ पैदा होके यहाँ पारस हुई।
हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस। हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस।